Mankameshwar Mandir
![]() |
इलाहाबाद। यमुना किनारे स्थित भगवान शिव का मनकामेश्वर मंदिर पौराणिक महत्व का है। मान्यता के अनुसार यहां पूजन-अर्चन से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। स्कंद पुराण और प्रयाग महात्म्य के अनुसार, अक्षयवट के पश्चिम में पिशाचमोचन मंदिर के पास यमुना किनारे भगवान कामेश्वर का तीर्थ है, जिन्हें शिव का पर्याय माना जाता है। जहां शिव होते हैं, वहां निश्चित रूप से कामेश्वरी अर्थात पार्वती का भी वास होता है। इसीलिए यहां भैरव, यक्ष, किन्नर आदि गण भी विराजते हैं। कामेश्वर और कामेश्वरी का तीर्थ होने से ही यह स्थान श्रीविद्या की तांत्रिक साधना की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
परिसर में मनकामेश्वर के अतिरिक्त ऋणमुक्तेश्वर और सिद्धेश्वर महादेव के शिवलिंग भी हैं। यहां हनुमानजी की दक्षिणमुखी मूर्ति भी है। सावन के दौरान यहां रोजाना, विशेषकर सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की देखरेख में मंदिर को वर्तमान स्वरूप मिला। व्यवस्थापक स्वामी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी के अनुसार रात साढ़े आठ बजे शृंगार के बाद जलाभिषेक नहीं किया जा सकेगा लेकिन दर्शन का क्रम भोर से आधी रात तक जारी रहेगा।
Comments
Post a Comment